Shukala Ashoka
Mudhyayugin bharathiya samskrithi anushilan मघ्ययुगीन भारतीय सांस्कुतिक अनुशीलन
- New Delhi Sudhir Pub 1972
- 353 P, 21CM
Generalआधुनिक और समकालीन, आभिव्यंजना कथ्य बनाम शौली, काव्यवस्तु, मिथक, आर्कटाइप, स्वप्न, काव्य का विकास, नई समीक्षा, भाषा चàतना, सरंचना और समीक्षा, शौलितात्विक पघ्दति
891.434 / SHU-M